#Permanent system Mahalwari system and ryotwari system which is less harmful?
#स्थायी प्रणाली महलवारी प्रणाली और रैयतवारी प्रणाली जो कम हानिकारक है?
ब्रिटिश कालीन भु – राजस्व व्यवस्था
स्थायी बंदोबस्त/ जमींदार व्यवस्था रैयतवाड़ी व्यवस्था महलवाड़ी व्यवस्था
लॉर्ड कार्नवालिस (1793) थॉमस मुनरो (1820) विलियम वेंटिक (1833)
बंगाल, बिहार, उड़ीसा, मुंम्बी, मद्रास, असम उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश,पंजाब
उत्तरी कर्नाटक उत्तर प्रदेश बनारस,
समस्त अँग्रेजी के 19% भुमि पर भारत के 51% भुमि पर रैयतवाड़ी भारत के 30% भुमि पर
स्थायी बंदोबस्ती लागु थी। व्यवस्था लागु थी। महलवाड़ी व्यवस्था लागु थी।
व्यवस्था में जमींदार सदैव के लिए भुमि भूमि का मालिक किसान होता था। भूमि पर गाँव का अधिकार होता था। पर अपनाअधिग्रहण कर लेता था।
ब्रिटिश सरकार को राजस्व देने का दाईत्वा
ब्रिटिश सरकार को राजस्व देने का ब्रिटिश सरकार को राजस्व देने का दाईत्वा जमींदारों की होती थी। दाईत्वा किसानों की होती थी।
समस्त गाँवों/गाँवों के मुखियाओं/ महालो की
होती थी
कर का दर 33% – 55% तक थी।
कर का दर 60% तक थी।
इन सभी भूमि राजस्वों का प्रभाव जो भारत वह यहाँ के लोगों पर पड़ा।
1. कृषकों की परम्परिक स्तिथि का विघटन