झारखण्ड राज्य आपदा प्रबंधन द्वारा किये जाने वाले व्यवस्था, कार्य और इनके पदों की चर्चा।



झारखण्ड राज्य आपदा
प्रबंधन
द्वारा किये जाने वाले  व्यवस्था,  कार्य और इनके पदों की चर्चा। 

 

Þ   किसी भी प्रकार की आपदा से निपटने हेतु तीन चरणों में निपटने की
व्यवस्था की जाती है आपदा पूर्व व्यवस्था
, आपदा के दौरान  व्यवस्था  तथा आपदा के बाद व्यवस्था  

Þ   आपदा पूर्व व्यवस्था में आपदा की तैयारी, इसका
निवारण तथा इससे बचाव से संबंधित उपाय किए जाते है . आपदा के लिए की जाने वाली
तैयारी
, इसका निवारण तथा इससे बचाव से सम्बन्धी उपाय किये।

Þ    आपदा के लिए की जाने वाली
तैयारी में आपदा
  स्तर  एवं प्रकृति, इसका पूर्वानुमान, चेतावनी तंत्र तथा इसके
प्रति लोगों
 
में जागरूकता  शामिल किया जाता है।

Þ   आपदा के दौरान बचाव कार्य, लोगो को  सुरक्षित स्थानों तक पहुँचना तथा उनके लिए
मुलभुत व्यवस्थाएँ जैसे — भोजन
, पानीदवा,  कपड़े,  आदि की
आपूर्ति पर
 बल दिया जाता है 

Þ   आपदा के बाद की व्यवस्था के अंतर्गत प्रभावित लोगो का पुर्नवास, आपदा से  क्षतिग्रस्त क्षेत्रों का पुर्निर्माण तथा सामान्य जन – जीवन का पुनः
संचालन को शामिल किया जाता है।

Þ   सरकार द्वारा राष्ट्रिय स्तर पर प्रधानमंत्री की अध्यक्षता में आपदा
प्रबंधन प्रधिकरण तथा जिला स्तर पर जिला मजिस्ट्रेट की
  अध्यक्षता में जिला आपदा प्रबंधन प्रधिकरण का गठन किया गया है।



                झारखण्ड राज्य आपदा
प्रबंधन प्रधिकरण
 

झारखण्ड राज्य आपदा परधिकरण  का गठन 28 मई, 2010 को किया गया है  

इस प्रधिकरण का गठन आपदा
प्रबंधन अधिनियम
, 2005 की धारा  14 (1) के आलोक में किया गया है इस धारा  के तहत राज्य के  राजयपाल को एक राज्य आपदा
प्रबंधन प्रधिकरण का गठन
  करने की  शक्ति प्रदान की गयी  है। 

राज्य आपदा प्रबंधन प्रधिकरण का अध्यक्ष
मुख्यमंत्री होता है तथा इसमें अधिकतम नो सदस्य हो सकते है। इस प्रधिकरण का प्रमुख
उदेश्य आपदा नियंत्रण हेतु भिन्न -भिन्न
  स्तरों पर योजना एवं रणनीति
का निर्माण करना तथा आपदा के पश्चात पुनर्निर्माण एवं सामान्य जन – जीवन की बहाली
के लिए उपयुक्त परियोजना का निर्माण करना है। झारखण्ड राज्य में राज्य
आपदा प्रबंधन प्राधिकरण की सहायता
  राज्य कार्यकारी समिति का गठन किया गया है।  जिसके अध्यक्ष राज्य के
मुख्य सचिव् है।
  यह समिति आपदा के सबंध  राष्ट्रिय निति, राष्ट्रिय योजना और राज्य योजना के क्रियान्वयन एवं  स्थापित करता है।


 जिला आपदा प्रबंधन का मुख्य कार्य जिला स्तर पर आपदा प्रबंधन  योजना, समन्वय एवं क्रियान्वयन
हेतु कार्य करना है।
  झारखण्ड राज्य आपदा
प्रबंधन प्रधिकरण के
  मुख्य कार्य निम्नवत है

 

·       आपदा पर त्वरित कार्यवाई हेतु योजना तैयार करना। 

·       राज्य में आपदा के न्यूनीकरण हेतु ढांचागत क्षमता का विकास करना। 

·       राज्य, जिला, प्रखण्ड तथा पंचायत स्तर पर
एक सुचना संपर्क नेटवर्क का विकास करना
  ताकि आपदा  जरुरी सूचनाओं को एकत्रित कर उस पर उचित कार्रवाई की जा सके।  

·       आपदा न्यूनीकरण हेतु भौगोलिक सुचना प्रणाली का विकास करना। 

·       प्रशासनिक संस्थाओ, स्वयंसेवी संगठनों, स्वेच्छिक
संस्थाओ तथा अन्य संस्थाओ के बची समन्वय स्थापित करना।
 

 

·       आपदा से बचाव हेतु उपयुक्त दिशा – निर्देशों का आम जनता के बिच
जागरूकता का प्रचार – प्रसार करना।
 

·       प्रशिक्षण कायकर्म तैयार करना। 

  Part —2

For Part–1  Click link :—- झारखण्ड में आपदा प्रबंधन -भूकंप, बाढ़, सूखा, तड़ित, खनन, हाथियों का आक्रमण । (learnindia24hours.com)

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