एपीकल्चर (Apiculture) को हिंदी में मधुमक्खी पालन के नाम से जाना जाता है। यह मधुमक्खियों के पालन और प्रबंधन का विज्ञान और कला है, खासतौर पर शहद के उत्पादन के लिए। इसमें शामिल हैं:
- मधुमक्खियों की नस्लों का चयन: विभिन्न प्रकार की मधुमक्खियाँ होती हैं, जैसे भारतीय मधुमक्खी (Apis cerana indica) और यूरोपीय मधुमक्खी (Apis mellifera)। सही नस्ल का चयन उत्पादन और पालन के लिए महत्वपूर्ण है।
- छत्तों का प्रबंधन: मधुमक्खियों के छत्तों की देखभाल करना, उन्हें साफ रखना, और नियमित जांच करना।
- मधुमक्खियों का भोजन: मधुमक्खियों को शहद बनाने के लिए फूलों से पराग और मकरंद की जरूरत होती है। उनके आसपास के पर्यावरण में पर्याप्त फूल होना चाहिए।
- रोग और परजीवी नियंत्रण: मधुमक्खियों में विभिन्न प्रकार के रोग और परजीवी हो सकते हैं। इनके नियंत्रण के लिए नियमित जांच और उचित उपचार आवश्यक है।
- शहद और अन्य उत्पादों का संग्रह: मधुमक्खियों द्वारा उत्पादित शहद, मोम, रॉयल जेली, और प्रोपोलिस का संग्रहण और प्रसंस्करण।
- प्रजनन: नई रानियों का उत्पादन और मौजूदा रानियों को प्रतिस्थापित करना ताकि कॉलोनी की उत्पादकता बनी रहे।
एपीकल्चर का उद्देश्य न केवल शहद उत्पादन है, बल्कि यह परागण के माध्यम से फसलों की उत्पादकता को भी बढ़ाता है, जो कृषि के लिए महत्वपूर्ण है।