महात्मा गांधी ने अपने जीवन में कई महत्वपूर्ण आंदोलनों का संचालन किया जिनमें उन्होंने भारतीय स्वतंत्रता के लिए जन जागरूक किया और अपाराधिक अधिकारों के खिलाफ अद्वितीय आंदोलनों का संचालन किया। यहां कुछ प्रमुख आंदोलन हैं जिनमें गांधी जी ने भाग लिया:
1. चंपारण सत्याग्रह (1917):
इस आंदोलन में गांधी जी ने बिहार के चंपारण जिले के किसानों के हक की रक्षा करने के लिए पहला सत्याग्रह किया।
2. खिलाफत आंदोलन (1920-1922):
यह आंदोलन गांधी जी और मुहम्मद अली जिन्ना के साथ मिलकर खिलाफत मुहिम का समर्थन करने के लिए था।
3. नॉन–कॉऑपरेशन मूवमेंट (1920-1922):
इस मूवमेंट के अंतर्गत गांधी जी ने ब्रिटिश शासन के खिलाफ जन जागरूकता बढ़ाने के लिए असहयोग का आदान-प्रदान किया।
4. नमक सत्याग्रह (1930):
गांधी जी ने ब्रिटिश सरकार के खिलाफ नमक करने के अधिकार को प्रमोट करने के लिए दांडी मार्च के माध्यम से नमक सत्याग्रह का आयोजन किया।
5. क्विट इंडिया मूवमेंट/”भारत छोड़ो आंदोलन” (1942):
इस आंदोलन का उद्देश्य ब्रिटिश साम्राज्य से मुक्ति प्राप्त करना था और गांधी जी ने अपने सार्वजनिक भाषण में “भारत छोड़ो” का नारा दिया था।
6. हरिजन आंदोलन (1932-1948):
गांधी जी ने दलितों के अधिकारों की सुरक्षा और समाज में उनके समावेश के लिए हरिजन आंदोलन शुरू किया।
7. सार्वजनिक आपातकालीन विरोध (1975-1977):
इस आंदोलन के दौरान गांधी जी ने भारतीय संविधान के खिलाफ देशवासियों के साथ मिलकर लड़ा और देश में आपातकाल लागू करने के खिलाफ प्रतिष्ठान बचाने के लिए संघर्ष किया।
8. सविनय अवज्ञा आंदोलन (Civil Disobedience Movement) महात्मा गांधी द्वारा 1930 में ब्रिटिश शासन के खिलाफ शुरू किया गया एक महत्वपूर्ण राष्ट्रीय आंदोलन था। इसका उद्देश्य ब्रिटिश हुकूमत के अत्याचारों का विरोध करना और भारतीयों को उनके नागरिक अधिकारों के लिए संघर्ष करने के लिए प्रेरित करना था।
ये आंदोलन गांधी जी के अद्वितीय और अहिंसात्मक दृष्टिकोण को दर्शाते हैं जिन्होंने भारतीय स्वतंत्रता संग्राम को नेतृत्व किया और भारतीय समाज में सामाजिक और आर्थिक सुधार के लिए प्रेरित किया।
महात्मा गाँधी : परिचय और उनके द्वारा किये गए कार्य और आंदोलन